खुली छत पर दाने डालकर, परिंदों को चुगते देखता हूँ, मैं मतलबी लोगों को अकसर मंदिरों में रुकते देखता हूँ, अपने-अपने खुदा बना लिए मर्जी के मुताबिक, माँ-बाप के सामने अकड़ने वालों को, पत्थरों के सामने झुकते देखता हूँ..... शायर शरीफ #Nojoto, #Shayar_Sharif, #Shayari, #Parindo, #Mandir, #Maa, #Bap