बेबसी के लम्हों में... उनकी भी क्या खूब, रही होगी लाचारी! जब कड़ी धूप में... अपनी किश्मत निखारने, चले होंगे गर्म अंगारों में! यूं पेट के अकड़ ने... उन्हें रोटी के टुकड़ों की, कीमत समझाई होंगी!! #बेबसी_जिंदगी_की #merealfaz #एक_पहल