आज उसकी गली से गुज़रते हुए, आखें उसे ढुढ़ने लगी, कदम खुद ब खुद रुकने लगे। दिल धड़कता रहा, मंजिल पास आ गई। जड़ हो गये पैर मेरे, चेतना भी जाती रही। तभी उसकी झलक देख, हिम्मत आ गई। मजबूर वो था,मजबूर मैं भी, नैन उसके मेरे मिले तो, एकदूसरे की जिम्मेदारी आड़े आ गई।PiY@Poonamagarwal आज उसकी गली से गुज़रते हुए मन में आए हज़ारों तरह के ख़याल #उसकीगली #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi##PiY@Poonamaggarwal (20)