वो दिन जब इस दुनियाँ से मेरी जुदाई का होगा बस इतनी सी इल्तजा है थाम लेना हाथ एक बार फिर ये चाहत न मेरी आँखरी ये तोहफा तेरी रुसवाई का होगा वो बादल जो कभी बरसे थे तेरी जमी पे उनका तेरी जमी से चले जाना हाँ आज मौसम फिर तन्हाई का होगा वो दिन जब इस दुनियाँ से जुदाई का होगा #kaviuk01 #bestfriend #hindishayri #lovequote #onlinepoetry #hindipoetry #Nojotohindi