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जब मै ख़ुद में ही झगड़ रहा हूं, बिगड़ रहा हूं जाने

जब मै ख़ुद में ही
झगड़ रहा हूं,
बिगड़ रहा हूं
जाने
संवर रहा हूं,
गराज रहा हूं
फिर
बिखर रहा हूं।
थोड़ा रुकना तुम,
ना बढ़ना तुम,
बस रुकना तुम,
वहां 
साथ मेरे।
मै यहीं का हूं,
मै यहीं मिलूंगा,
बाहर धूप है घनी,
मै यहीं खिलूंगा,
बस रुकना तुम
यहां 
साथ मेरे। I should rather say - 1

#IshouldRatherSay
जब मै ख़ुद में ही
झगड़ रहा हूं,
बिगड़ रहा हूं
जाने
संवर रहा हूं,
गराज रहा हूं
फिर
बिखर रहा हूं।
थोड़ा रुकना तुम,
ना बढ़ना तुम,
बस रुकना तुम,
वहां 
साथ मेरे।
मै यहीं का हूं,
मै यहीं मिलूंगा,
बाहर धूप है घनी,
मै यहीं खिलूंगा,
बस रुकना तुम
यहां 
साथ मेरे। I should rather say - 1

#IshouldRatherSay