लगता है अब दिल लग गया तुम्हारा, साफ़ बयान कर रहा है चेहरा तुम्हारा, यूं तो तुमने दिए हैं कईं तोहफ़े मुझे, सबसे अज़ीज़ रहा धोका तुम्हारा, दिल के किसी कोने तक में नहीं हो, क्या कहूं जब पुछे कोई पता तुम्हारा, मीत आज भी तुम्हे जान कहता है पर, दोस्तो ने रखा है नाम बेवफा तुम्हारा, तुम्हारे किए की मैंने माफ़ी माँग ली है, ख़ुदा में क्या मेरा और क्या तुम्हारा। ~दशमीत सिंह दिल लग गया तुम्हारा #dillaggaya #collab #yqbhaijan #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Bhaijan