वाह! क्या नारे थे। कौन अपने और कौन तुम्हारे थे। कुछ चीख़ रहे थे।कुछ चिल्ला रहे थे। वो भेड़िये तो बस ख़ून बहा रहे थे। वाह! क्या नारे थे ।