हर रोज उस बे-वफाई की गली से गुजर रहा हूँ कभी एक नजर नही डाली उनकी खिड़की पर फिर भी कम्बख्त को हमशे शिकायत है , भरे बजार में हाथ पकड कर केहती है क्या जरूरत है यू हर रोज मेरी गलियों से गुजर जाने की।। "Devu Raj " #Viraan