ढूंढ रहा हूँ उस कुड़ी को गली गली, दिल का मेरे अरमान थी वो कुड़ी, नाजाने उसके दिल मे क्या था, मेरे दिल में थी चाहत उसके लिए भरी, रहती थी यही पास वाली गली, नाजाने वो अब कौन सी गली चली, उम्मीद है मुझकों लौट आएगी वो मेरी गली, मिला है खत उसका जो छुपा कर थी चली, रहती है यही मेरे दिल वाली गली, खेल रही है आँख मिचौली, कहती है ढूंढते हुए आ तू मेरी गली।। मेरे मन की गली में वो थी चली जो गली छोड़ चली गयी..... #yqdidi #yqbhaijan #yqbaba #poetry #gali #rkap_ke_quote #YourQuoteAndMine