इन रुसवाइयों की इस कदर तो ज़रूरत ना थी। तुम बस प्यार से मुस्कुराते हम मर जाते। था प्यार समुन्द्र सा इसलिए हम डूब गए। हां गर होता जो दरिया सा तो तैर कर पार कर जाते। #आशुतोष_मिश्रा