सृष्टि का आधार नारी हो तुम सृष्टि का आधार। जिसने बताया हर एक को स्वयं का सार। है शक्ति उसमें अपार। वो है तो हर घर खुशियों का संसार। है कोमल रिदय जिससे करती प्रेम की बौछार। करो सम्मानित उसे भी क्योंकि वो है स्वयं दुर्गा,लक्ष्मी,सरस्वती का अवतार। है वो सृष्टि का आधार। ©nehabsoulte sonī women power #girl