मोहोब्बत को कहां कोई मिटा पायेगा याद रखके पुराने घावों को क्या मजहब को आज भी बाटा जायेगा दर्द हर तरफ है गम को आपस में ना तोला जायेगा आपस में लड़ने से , क़ातिल भीड़ से निकल जायेगा हमारी बातों से अमन चैन कि महक आये तो गुल गुलिस्ता सा खिल जायेगा जमीं से आसमान का दिल मिलाया जायेगा मोहोब्बत थी मोहोब्बत है मोहोब्बत रहेगी बाकि नफरत को जलाया जायेगा दर्द को बाट के हाथ मिलाया जायेगा कातिल को सज़ा होगी इंसाफ पनपाया जायेगा हाँ याद आयेगा हाथ से हाथ मिला के बदलाव आएगा #Delhi_Riots #unity #aman #humanityaboveall #peace