फ़ाइलातु फ़ाईलुन मुस्तफ़इलुन फ़ाईलुन फ़ेलुन मोम के तो सर कट जाते हैं, चराग़ो के आने से. फिर चराग़ की जां जाती है, हवाओं के आने से. खूब ही कहा था उसने, कुछ भला कर अच्छा होगा. मौत लौट जाती है वापस, दुआओं के आने से. अर्थ :- चराग़ - आग जां - जान