मैं वैसा नहीं हूं जैसा दिख रहा हूं आजकल नजाने क्या-क्या मैं लिख रहा हूं, सुन सको मेरी खामोशी को तो सुन लो मैं अन्दर-हीं-अंदर बहुत जोरों से चीख रहा हूं। #मन_का_दर्द