Nojoto: Largest Storytelling Platform

"हसरत-ऐ-आरजू रंज-ओ-ग़म की शाम अभी बाक़ी है... किस्स

"हसरत-ऐ-आरजू रंज-ओ-ग़म की 
शाम अभी बाक़ी है...
किस्से और भी होंगे ग़ालिब 
देख उम्र तमाम अभी बाक़ी है,,

#_सूर्या
"हसरत-ऐ-आरजू रंज-ओ-ग़म की 
शाम अभी बाक़ी है...
किस्से और भी होंगे ग़ालिब 
देख उम्र तमाम अभी बाक़ी है,,

#_सूर्या