हमसफ़र से आये हैं राहगीर जो बनकर। जैसे अंदाज़ सफर में डूब गया और निखर गया हो फिसलकर। बड़े हमदर्द हैं, साथ अपने कुछ शब्द रखा करते हैं ऐसा क्या लिखते हैं जो उन्हें पढ़कर ही दर्द ठीक किया करते हैं लोगों के दिलों में, उनके राज की बात हमने भी सुनी है। अंदाज़ ही है वो जनाब का, जो बयां कर रहे हैं खुलकर। यूं तो गिरफ्त से हो रहे हैं मंज़िल की ही राहों में ही चलकर। फिर भी आते रहेंगे सवाल और देते रहेंगे जनाब भी जबाब डटकर। चलती का नाम जिन्दगी है.. #महफूज़_जनाब #जिंदगी #हिन्दीकविता #motivation #nojotohindi #nojoto Garrima sahu