बेतुकी बातों से अब बाज़ार गरम है। कहीं भगवा कहीं हिज़ाब है और जबां पर सवाल हैं क्या जवानी अब फक़त कोई झण्डा उठाने का नाम है ? विधार्थी हैं हम अगर... शिक्षा हो कर्म-धर्म हमारा, शिक्षा ही सर्वस्व हमारा, शिक्षा अर्जित के समय, सिर्फ शिक्षित होना अधिकार हामारा । किसी पेच में पड़कर होगा वक़्त केवल वर्बाद हामारा। नही कोई रंग हामारा ना चिन्ह ही कोई हमारा है। विधार्थी है हम अगर तो केवल शिक्षा से ही भविश्य हमारा है ! ©gudiya बेतुकी बातों से अब बाज़ार गरम है। कहीं भगवा कहीं हिज़ाब है और जबां पर सवाल हैं क्या जवानी अब फक़त कोई झण्डा उठाने का नाम है ? शिक्षा हो कर्म-धर्म हमारा, शिक्षा ही सर्वस्व हमारा,