देखना एक दिन ,तू आएगा मुझे ढूढ़ते- ढूढ़ते। मुर्शद! तुमने दिल दुखाया है, हम अब तुम्हें कहाँ मिलेंगे।। ©Pragya Pandey कहाँ मिलेगें