Tum se ek shikayat hai बदलती हुई तारीखों को, अब बेबस से देखते हैं। पुरानी ख़्वाहिशों के बोझ तले, हम सहमे - सहमे चलते हैं। किसी नई ज़िद पे ये दिल ना मचले, बमुश्किल इसे सँभालते हैं। दुनिया की इस भीड़ में , गुमनाम कहीं हम खो जाते हैं।। #NojotoQuote #nojoto #nojotoofficially #poetry #shayri #kavyashala