तुम्हारे पास हूँ लेकिन जो दूरी है, समझता हूँ तुम्हारे बिन मेरी हस्ती अधूरी है, समझता हूँ तुम्हें मैं भूल जाऊँगा ये मुमकिन है नहीं लेकिन तुम्हीं को भूलना सबसे जरूरी है, समझता हूँ (Shigaf)