तेरे पास ना होने पर भी क्यों तेरे होने का एहसास ज़रा रहता है हो कोई भी मौसम क्यों तेरे यादों का ज़ख्म हरा रहता है गुज़राता है वक्त तो गुज़र जाने दे बदलते हैं लोग तो बदल जाने दे क्यों तेरी आंखें बेगैरतों के ग़ैरतमंद होने की उम्मीदों से भरा होता है!!! हो कोई भी मौसम ज़ख़्म हरा रहता है। #ज़ख़्म #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi