फिर हुआ बेइंतहा प्यार बेहद इश्क़ बढ़ता ही गया न किसी की देर न फिक्र बेफिक्र हो गए दिन लम्हे खुशियों के सागर में गोते लगाने लगे रोज बातें मुलाकातें इंतजार ...... Sadhna Som.... Story ...part 7