तेरा बोलते बोलते यु चुप होना मुझे तकलिफ देता है तेरा इंतंजार करवाना मुझे तडपाना बेवजह ही लगता है युं तन्हा कभी रही नही हुं हंसते हंसते रोई नही हुं तुम सामने हो मै ना देखु ए हुआ नही आज से पहले तुम नजर अंदाज करते ग्ए मैंने मेरे हर जख्म को तुमकहारे नाम कुरबा़न कर में सुकुन से जीती रही.... ©SUREKHA THORAT #अरमानों कि बातें #Sky