क्या लिखूं क्या कहूं# क्या लिखूं क्या कहूं भूल रही हूं मैं न जाने किस युग में झूल रही हूं मैं कभी कभी अच्छा बहुत अच्छा लगता है भूल जाना। न स्मृतियों के फूल न विस्मृतियों के शूल अपनाना। बस बस कुछ भूलकर हो जाओ मौन फिर रहस्य, सत्य जान पाएगा कौन। ©Veena Kapoor भूल जाना स्मृतियों के फूल विस्मृतियों के शूल सत्य #MereKhayaal