जब तुमसे हार कर, तुम्हें जीत सकते हैं हम, फिर क्यों भला तुमसे जीत कर हारा जाए! नफ़रतों का बाज़ार तो यूँ ही चलेगा उम्र भर, फिर क्यों तुम्हारे सिवा किसी को चाहा जाए!! #yqhaar #yqjeet #yqnafarat #bajar #yqbazar #yqchahat