वैसे तो वो कभी लोरी नहीं सुनाते थे, पर उनके बातों वाले चुटकुले अक्सर बड़ा हँसाते थे, पापा ऑफ़िस से लौटते हुये हर रोज़, कुछ चटखारों का पिटारा साथ लाते थे.. पढ़ाई के लिये अक्सर डाँटा जाता और नम्बर कम आने पर जम कर कूटे भी जाते थे.. पर जब कोई घर आए तो पापा ही तो थे जो सबसे मेरा प्यारा बेटा कहकर मिलाते थे.. आज दूर हुँ उनसे बहुत और खुद अपने बच्चों के पास हूँ, तो याद आता है कैसे पापा मुझे , खुद को काट कर .. रोज़ थोड़ा थोड़ा बढ़ाते थे.. सुप्रभात। आप सभी को पितृ दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ। माँ धरती है तो पिता आसमान की तरह एक परिवार को ओढ़े रखता है। इसी आसमान पर जीवन के धनक रंग खिलते हैं। #पितृदिवस #फादर्सडे #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi