मैं होता हूं मेरी तन्हाई होती है मेरा दिल रोता है मेरी आंख रोती है और तेरी याद होती है और हर जगह होती है जहां तेरी याद होती है वहां तुम क्यों नहीं होती अब गमों ने ढूंढ लिया है मुझको मेरे गमों के अलावा अब मेरे पास मेरी खुशी में नहीं होती क्योंकि मेरे पास अब जो तुम नहीं होती ©Sajandeep Singh maan Muste-e- Khaak #MeraGam