महफिलों में छुपाये रखती है तू, अपना हुस्न श्रृंगार के पहरे से । जब हटाती है श्रृंगार की परतें , नज़र हटती नहीं मेरी ,तेरे चेहरे से ।। ©TubeLights teri Makeup less DP k liye ...