#DaughtersDay जीवन भर पराई कहते हैं पर पराई कहने पर भी पराई नहीं होती है बेटी, शायद इसलिए ही जनाब पिता कभी हंसकर विदा नहीं कर पाता है बेटी, हो दुख में अगर कोई तो रो देती है बेटी, हिम्मत कम पड़ जाए तो मां की तरह सहारा देती है बेटी, ना समझे कोई तो चुपचाप सबकी हां मे हां कर देती है बेटी, कभी-कभी अपने अरमानों का गला घोट देती है बेटी, अपनी पसंद नापसंद को नजरअंदाज कर बड़ों का कहना मान लेती है बेटी, कभी कभी प्यार से जिद भी कर लेती है बेटी, मां-बाप की आंखों का तारा होती है बेटी, भाई के लिए तो बड़ी ही नकचड़ी शैतान होती है बेटी, सूरज की पहली किरण और चांद की चांदनी सी होती है बेटी, ससुराल में अगर दो बात सुना दे चुपचाप सुन लेती है बेटी, मां बाप को ना पता चल जाए इस बात से डरती है बेटी, न जाने क्यों इतनी शीतल निर्मल होती है बेटी, हमेशा अपनों का कहना मान लेती है बेटी, कोई लाए घर वालों की आंखों में आंसू तो बन जाती है तूफान बेटी! #DaughtersDay #Part-1 #SpecialDay #Nojoto #Nojotoapp #Nojotohindi #nojotopoem जीवन भर पराई कहते हैं पर पराई कहने पर भी पराई नहीं होती है बेटी, शायद इसलिए ही जनाब पिता कभी हंसकर विदा नहीं कर पाता है बेटी, हो दुख में अगर कोई तो रो देती है बेटी, हिम्मत कम पड़ जाए तो मां की तरह सहारा देती है बेटी, ना समझे कोई तो चुपचाप सबकी हां मे हां कर देती है बेटी, कभी-कभी अपने अरमानों का गला घोट देती है बेटी, अपनी पसंद नापसंद को नजरअंदाज कर बड़ों का कहना मान लेती है बेटी,