राणा प्रताप हिन्द की फड़कती भाला थी, मेवाड़ी शोणित की दहकती ज्वाला थी। जिसके गुणों का प्रशंसक ख़ुद अकबर रहा हो, चेतक दहाड़ प्रचंड पर बाधा-ए-नाला थी।। जनता जिस नरेश की शतरंज की गोटियाँ थीं, तेजस्वी चिंगारी का निवाला घास की रोटियाँ थीं। जिसके तेज़ के आगे नतमस्तक बाबर वंशज रहा हो, शत-शत नमन उसे जिसकी गवाह हल्दीघाटी की वादियाँ थीं।। ©Jitendra VIJAYSHRI Pandey "JEET " #जीतकीनादानकलमसे #महाराणा #प्रताप #Nojoto #nojotohindi #MaharanPratapJayanti The Sherniii❣️