की कहानी हमारी कुछ इस तरह से शुरू हुई, मेरा अवतार हुआ और माँ मेरी पहली गुरु हुई... कोई नहीं देखा तुझसे सरीखा माँ, गिरना , रोना , उठना , चलना तुझसे सीखा माँ... दादा दादी भैया भाभी दीदी सबका अपना मोल हैं, पर इस बच्चे को इंसान बनाने में पापा का बड़ा रोल हैं.. मेरे सारे खर्चे वो कुछ यूँ निकाल देते हैं , मुझ पर मुश्किल आने ए पहले ही वो उसको ताल देते हैं, मैं इसके लिए दुनिया के सभी पेरेंट्स को सलाम करता हूँ, और सबसे पहले अपने माता पिता को प्रणाम करता हूँ... #nojotojaipur