क्योंकि लड़की हो तुम.. एहसास हर वक़्त मुझे एक कराया जाता है लड़की हो तुम, यह कहकर मुझे समझाया जाता है तुम्हारी कमीज का रगं तो अच्छा है मगर दुपट्टा छोटा है थोड़ा तुम्हारे दोस्त तो अच्छे है मगर ज्यादा है थोड़ा तुम बोलती तो अच्छा हो मगर कम बोलो थोड़ा क्योंकि लड़की हो तुम.. रगं सावंला है तुम्हारा, संवर लिया करो थोड़ा नहीं हो पायेगी शादी तुम्हारी.. रगं गोरा है तुम्हारा, बाहर कम घुमा करो क्योंकि लड़की हो तुम.. सही और गलत की समझ कम है तुम्हें नजरें झुका के चला करो थोड़ा क्योंकि लड़की हो तुम.. आसान नहीं होता एक लड़की का किरदार निभाना ये बात न समझेगा ये नासमझ जमाना क्योंकि लड़की हैं हम.. by pallavi bhandari.. #ldki #ho#tum #Wish