लग जा गले बेबस निगाहों में है तबाही का मंज़र और टपकते अश्क की हर बूंद वफ़ा का इज़हार करती है.. डूबा है दिल में बेवफाई का खंजर लम्हा-ए-बेकसी में तसावुर की दुनिया मौत का दीदार करती है. ऐ हवा उनको कर दे खबर मेरी मौत की और कहेना के कफ़न की ख्वाहिश में मेरी लाश उनके आँचल का इंतज़ार करती है. ©mukesh chaudhari dil se ki huhi mohabbat kabhi sath nahi rehti #Picture #Dil #pyar #mohabat #dilkibaat