नई सुबह आती रहे, नई आशाओं के संग। बढ़ते रहे कदम, नई अभिलाषाओं के संग॥ नकारात्मक सोच पर विजय सिखाती भोर। सकारात्मक सोच संग चलें लक्ष्य की ओर॥ निराशा, नाउम्मीदी मिटे, बीती रात के संग। बढ़ते रहे कदम, नई अभिलाषाओं के संग॥ सभी के मन में सभी का, रहे शुभ की चाह। संवेदना रहे मन में, व रहे सद्कर्मों की राह॥ सुबह की पहली किरणें मन में भर दे उमंग। बढ़ते रहे कदम, नई अभिलाषाओं के संग॥ __________✍🏻@raj_sri #yqbaba #yqdidi #yqquotes #morningthoughts #morning #hindi #rasi