देखा है मैंने तुम पर कभी प्रेम रंग चढ़ा ही नहीं मैं घुला तुझमें जितना तू मुझ में घुला ही नहीं.. मैं पूरा ही तुम हो गया और तू मेरा जरा भी नहीं हाथ थामा तूने जरूर मगर संग कभी चला ही नहीं.. यह प्रेम कुछ ऐसा है जैसे एक झूठा खेल बचपन का जिसमें राजा हूँ मैं और हो रानी तुम! एक चेक जिसे होना है बाउंस बिना तुम्हारे दस्तखत के!! तुम्हें सच्ची मोहब्बत होने से पहले इश्क की एक ट्राय बॉल!!! ©KaushalAlmora #tryball #love #yqdidi #yqbaba #poetry #shayari #इश्क़ #प्यारनहींथा