White बचपन बचपन की हर वह मस्ती जहां कागज के खेले बनाकर कस्ती हर रोज सुबह शाम करे वह शोर जहां दिन रात ख्वाबों के खेले पुलिस चोर हर एक बचपन का काम निराला जिंदगी हर दिन करें शोर शराबा मम्मी, पापा की सुनता वह डांट दिन दिन घर से बाहर रहता यह बचपन बचपन की हर वह मस्ती जहां कागज के खेले बनाकर कस्ती कदम कदम पर करते लड़ाई घर में पापा करते डंडा से कुटाई ना किसी की चिंता ना कोई फिकर रहते हमेशा स्वतंत्र, ना करते किसी का जीकर बचपन की जिंदगी लगे सबसे प्यारा जहां हर चीज लगे जीवन से भी न्यारा बचपन की हर वह मस्ती जहां कागज के बनाकर खेले कस्ती नाना नानी जो करे खूब दुलार वह अब किसी को मिलेगा प्यार दादा दादी जो सुनाए कहानी यही था जीवन की रोचक रवानी सब कुछ खत्म हो गया अब जिंदगी मानो उजड़ सा गया है अब ©ब्रJESH Chanद्रा #Emotional_Shayari Jugal Kisओर