मुट्ठी भर रेत हाथों मे कुछ पल संभालना मुश्किल है और तुम मुट्ठी मे पानी सम्भालने की बात करते हो खुद की जिंदगी कभी सवारी नहीं गयी तुमसे और तुम मेरी जिंदगी सम्भालने की बात करते हो ©Rohan Rajasthani मुट्ठी रेट की खामोशी और दस्तक