तुमसे किसने कहा कि गुमनाम हो गए है अरे, गैरों की महफ़िल से आज़ाद हो गए है वो मीठी बातों और रातों का संयोग खो गया है, मुझे लगता है मेरा मुझसे नया अवतार हो गया है। भुला बैठा था जिसको तेरी चाहत में ,शायद उसको भी आज अपनी गलती का एहसास हो गया है। -Yuvi Chauhan #Poem #Stories #happiness #sad #forgotten #love #yuvi #heart #दिलसे #कविता #हास्य #कहानी