थोडी़-सी तकरार,थोडा़-सा प्यार क्या करूँ दोस्तों आदत से लाचार उमंगें भर छोटें से दिल में कुछ नया करनें को तैयार मै थोडी़ झल्ली सी भी हूँ थोडी़ अनजानी सी भी हूँ खुश रखना चाहती सभी को किताबें में लिखी कहानी सी भी हूँ नजरअदांज कर ना सकोगें खुश्बू सी महक जाती हूँ प्यार भरा हो दिन सबका मै दिल से यहीं चाहती हूँ। #specialday #mythoughts