मैं कब था? क्या उस बारिश के साथ आया था, जिसकी बूंदों ने भिगोया था कभी आंगन.. क्या मैं उन ख्यालों के साथ आया था, जो ख्याल बन बर्फ गिरते थे, भिगोते थे सभी तन मन.... क्या वो चिड़िया लाई थी मुझे, घरौंदा बनाने को जब वह, तिनके जमा कर करती थी मशक्कत... सुनो, क्या देखा था कभी तुमने, उन हवाओं के साथ अदृश्य उड़ता, मैं न होकर भी मौजूद, मैं वहीं था.... ©Tanya Sharma (लम्हा) #standout मैं वहीं था और हमेशा रहूंगा भले ही मैं सच में रहूं ना रहूं.......