मेरी खुशिया खड़ी है, वो हर मंज़र सामने है जिसके लिए रोए पड़े हैं, अब कोशिश की साज़िश हो रही है, अब उन खुशियों की ख्वाहिश हो रही है, अब शायद एक कदम की दूरी पुरी हो रही है... एक क़दम की दूरी पर तुम्हारा साथ था, मगर ये ज़रा सा फ़ासला भी तय न हो सका। #एकक़दम #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi#harshrwriting#writetoexplore