सामने मंज़िल थी और, और राह में अंगारों का सैलाब जो मेरे लिए पार कर पाना नामुमकिन था मगर तुम्हारे साथ और प्यार ने मुझे हर मुश्किल से लड़ना सिखाया फिर अंगारे भी फूल जैसे लगने लगे। हर मुश्किल आसान हो गई। और मंजिल तक पहुंच गए हम तुम तक पहुंच गए। #nojotohindi #nojotopoems #nojotoquotes #राह #मंजिल #sushmathakur #मुश्किल #अंगारे #सफर