Unsplash कोयला था हीरे में बदल गया हूं, मिट्टी था सांचे में ढल गया हूं, दर्द के जहर भरे घूंट निगल गया हूं, किसी को यक़ीन नहीं हो रहा है और बाकी सब को लगता है मैं बदल गया हूं। ©Anuj Verma #Book #Nojoto #main badal gya hu