कोरा कागज़ साथ लिए तकदीर लिखने चला समय की आँधी रोक रहा पागल मिटने चला मन ख़्वाहिश लिए जीवनरंग भरने का उत्साह आसमां को चीर बढ़ रहा है धरा पर गिरने चला उसने बुलाया था कभी आना मेरे दर पर भी तू दिल खाली हाथ भी खाली करके मिलने चला कोरा आया कोरा चला हर चित्र छोड़कर चला जाने के बाद ही सही एक कहानी लिखने चला शब्दों से अधिक कोरा कागज़ बोलता है 'दिनेश' फिर आज हर लिखा हुआ कागज़ बिकने चला ©Dinesh Kumar #korakagaj #korakagaz #nojotohindi #tmasweb