#SaferIndia इंतजार किया जी भर कर उनसे मिलने की कोशिश भी की,
कहाँ रह गये वो जिन्होंने हर वादा निभाने की कसम भी ली।
आसान भी तो नहीं है सूर्य की किरणों की तरह बिखर जाना,
खुद की खुशियों को न्यौछावर कर दूसरों को खुशी दे जाना।
माना बहुत व्यस्त है जिन्दगी की उलझनों में वह आजकल,
पर कहाँ रह गये जो मुझे याद करते थे हर दिन हर पल।
शायद खुशी मिलती होगी तुम्हे मुझे यूं तड़पता हुआ देखकर,
मेरा क्या?तुम खुश रह लो मुझे दुनिया में तन्हा छोड़कर। #Poetry