शांत रहो, मौन रहो, तब तुम कुछ सोच पाओगें, इस दुनियां की बातों को छोड़ , तुम खुद की सुन पाओगें, पर करो अपनी मन की तुम , करो के दूसरों के मन का तो तुम गुलाम कहाए जाओगें ।। मौन रहो .......