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मुझे शराबी समझते हो तो नवलखा की आस क्यों रखते हो औ

मुझे शराबी समझते हो
तो नवलखा की आस क्यों रखते हो
और  तेरे महफ़िल मे मेरे कदम क्या डगमगाऐ ........
मुझे तुम भी शराबी समझ बैठे................
वरना मुझसे यही लोग कहते है....
जीने की आस रखो पीने की प्यास क्यों रखते हो

©विkas चौhan 
  शराबी नहीं हु 😭😭

शराबी नहीं हु 😭😭 #ज़िन्दगी

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