a-person-standing-on-a-beach-at-sunset हुश्न को आजमा के देख लिया दिल पे एक जख्म खा के देख लिया होश अपने तो उड गये जालिम तुमको अपना बना के देख लिया यार मतलब परस्त सब निकले हर तरह आजमा के देख लिया कुछ नहीं है हमारे बस के अब जोर सारा लगा के देख लिया दाद मेरी कोई नही सुनता रमजानी हाकिमो को बता के देख लिया 28/11/2015 ©MSA RAMZANI #ghazal Sarfraz Ahmad MSA Ramzani Aditya kumar prasad Hasnain Bashir aamil Qureshi