White ये वो लोग नहीं ये वो लोग नहीं जिनके कूचे मुझको आना था अपनी किस्मत के खानों में जिनको मैंने पाना था ये तो सब के सब एक अलग दुनिया के एक अलग मकाम के स्वार्थ भरे बाशिंदे हैं हरकत तो करते हैं पर संदेह है कि ज़िंदे हैं लिए कटारी फिरते हैं कि वक्त पड़े पर काम आए नियत बदलते ही तो वो इसको कमर छेदन के काम लाए ऐसी दुनिया ऐसे लोग मैं संवेदी सहन ना कर पाऊं इससे तो अच्छा मैं एकांत रुदन में रह जाऊं ©परिंदा #Dussehra