साथ दिया है अब तक...... आगे भी साथ निभाओगे ना हो जाऊं जब अकेला... तो आके मेरा हौसला बढ़ाओगे ना थक कर जो रो दूं कभी मैं... सीने से लगा पीठ मेरी थपथपाओगे ना हो जाऊं दुखी जो कभी.... तो थोड़ा मुस्कुरा के मेरी खुशी बनजाओगे ना भटकूं जो राह से मै अपनी.... हाथ पकड़ मुझे सही राह बतलाओगे ना दुनियां की राहों से अनजान हूं बिल्कुल.... साथ खड़े हो मुझे इस दुनिया से मिलवाओगे ना होगा जो दर्द कभी.... तो मेरी दवा मेरा मरहम बन गोद में दे जगह अपनी बच्चे सा मुझे सुलाओगे ना कभी डर जाऊं जो इस ज़माने में.... तो खुदके आंचल में छुपा मुझे सबसे बचाओगे ना और यूं जोड़ा है जो दिल..... जरूरत पड़ने पर ये रिश्ता निभाओगे ना साथ दिया है अब तक...... आगे भी साथ निभाओगे ना हो जाऊं जब अकेला... तो आके मेरा हौसला बढ़ाओगे ना थक कर जो रो दूं कभी मैं... सीने से लगा पीठ मेरी थपथपाओगे ना हो जाऊं दुखी जो कभी.... तो थोड़ा मुस्कुरा के मेरी खुशी बनजाओगे ना